Saturday 7 May 2016

निःशुल्क

यह नदियों का मुल्क है, 
पानी भी भरपूर है ।
बोतल में बिकता है, 
पन्द्रह रू शुल्क है।

यह शिक्षकों का मुल्क है, 
स्कूल भी खूब हैं।
बच्चे पढने जाते नहीं, 
पाठशालाएं नि:शुल्क है।

यह गरीबों का मुल्क है, 
जनसंख्या भी भरपूर है।
परिवार नियोजन मानते नहीं, 
नसबन्दी नि:शुल्क है।

यह अजीब मुल्क है, 
निर्बलों पर हर शुल्क है।
अगर आप हो बाहुबली, 
हर सुविधा नि:शुल्क है।

यह अपना ही मुल्क है, 
कर कुछ सकते नहीं।
कह कुछ सकते नहीं, 
बोलना नि:शुल्क है।

यह शादियों का मुल्क है, 
दान दहेज भी खूब है।
शादी करने को पैसा नहीं, 
कोर्ट मेरिज नि:शुल्क है।

यह पर्यटन मुल्क है, 
रेलें भी खूब हैं।
बिना टिकट पकडे गये, 
रोटी कपड़ा नि:शुल्क है।

यह अजीब मुल्क है, 
हर जरूरत पर शुल्क है।
ढूंढ कर देते है लोग, 
सलाह नि:शुल्क है।

यह आवाम का मुल्क है, 
रहबर चुनने का हक है।
वोट देने जाते नहीं, 
मतदान नि:शुल्क है।

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