Sunday 10 July 2016

कथा

मार्टिन लूथर ने कहा था...
"अगर तुम उड़ नहीं सकते तो, दौड़ो !
अगर तुम दौड़ नहीं सकते तो, चलो !
अगर तुम चल नहीं सकते तो, रेंगो !....
पर आगे बढ़ते रहो... अपनी सोच ओर दिशा बदलो
सफलता आपका स्वागत करेंगी...
रास्ते पर कंकड़ ही कंकड़ हो तो भी
एक अच्छा जूता पहनकर उस पर चला जा सकता है।
लेकिन यदि एक अच्छे जूते के अंदर एक भी कंकड़ हो तो
एक अच्छी सड़क पर भी कुछ कदम भी चलना मुश्किल है।
यानी -
"बाहर की चुनौतियों से नहीं, हम अपनी अंदर की कमजोरियों से हारते हैं"
हमारे विचार ही हमारा भविष्य तय करते हैं..!

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